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Showing posts from September, 2020

सीसीटीवी! (CCTV)

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30 September 2020 B. A. Manakala परन्तु राजा परमेश्वर में आनन्दित होगा ; प्रत्येक जो परमेश्वर की शपथ खाता है , उल्लसित होगा , क्योंकि झूठ बोलने वालों का मुँह बन्द कर दिया जाएगा। भजन 63:11 एक बार एक महिला रेस्तरां में खाना खा रही थी। भोजन करते समय उस महिला को अपने भोजन में से टूटे हुए काँच का एक टुकड़ा मिला! वह चिल्लाने लगी और उसने आसपास के सभी ग्राहकों का भी ध्यान आकर्षित किया। रेस्तरां के अधिकारियों ने आकर उस महिला से क्षमा माँगी। बाद में , सीसीटीवी ( CCTV) रिकॉर्डिंग के माध्यम से जाँच करने पर पता चला कि उस महिला ने खुद ही खाने में काँच का टुकड़ा रखा था! सत्य के लिए खड़े होकर हम परमेश्वर की प्रशंसा करते हैं ; परन्तु झूठ बोलने वालों का मुँह बन्द कर दिया जाएगा (भजन 63:11) । यह अक्सर दिखाई दे सकता है कि झूठे लोग अधिक समृद्ध होते हैं ; परन्तु वे बहुत लंबे समय तक टिक नहीं पाते हैं। यहूदिया के राज्यपाल के रीति-रिवाज़ के अनुसार , पिलातुस ने पूछा: क्या आप चाहते हैं कि बरअब्बा (एक कुख्यात कैदी) या यीशु को रिहा किया जाए। भीड़ चाहती थी कि बरअब्बा को छोड़ दिया जाए ,

साज़िश

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29 September 2020 B. A. Manakala परन्तु जो मेरे प्राण को नष्ट करने की खोज में हैं , वे पृथ्वी के निचले स्थानों में जा पड़ेंगे। भजन 63:9 8 अगस्त 2020 को राष्ट्रीय जाँच एजेन्सी को प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी वाला एक ई-मेल ( e-mail) मिला। इस तरह की धमकियाँ मिलना उनके लिए एक साधारण बात है। इस तरह की धमकियों के बावजूद भी कार्यालयों के कार्य सामान्य रूप से आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ जारी रहते हैं। दाऊद को यकीन है कि जो लोग उसके खिलाफ साज़िश रचेंगे वे नाश हो जाएँगे (भजन 63:9-10) । हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए यह आश्वासन बहुत आवश्यक है। शैतान हमेशा परमेश्वर के बच्चों के खिलाफ साज़िश रचता रहता है। परन्तु हमें केवल परमेश्वर पर ध्यान केंद्रित करते हुए लक्ष्यों को प्राप्त करना जारी रखना है। हमें परमेश्वर के पूरे अस्त्र-शस्त्र को धारण करते हुए आगे बढ़ना है (इफि 6:13) । शैतान की युक्तियों के डर से छुटकारा पाने के लिए आप क्या करेंगे ? परमेश्वर के राज्य के लिए अपने संसाधनों का निवेश करें ; अपने शत्रुओं के खिलाफ साज़िश करने के लिए उन संसाधनों को बर्

लिपटे रहना

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28 September 2020 B. A. Manakala मेरा प्राण तुझ से लिपटा रहता है , तेरा दाहिना हाथ मुझे थामे रहता है। भजन 63:8 कूवी ( Koovi) नाम का एक कुत्ता पेट्टीमुडी ( Pettimudi) भूस्खलन के बाद कई दिनों तक नदी के किनारे इंतज़ार करता रहा , उस में लगभग 70 लोगों की जान गई थी। पुलिस की तलाशी के दौरान उस कुत्ते के मालिक का मृत देह नदी में वहीं मिला , जहाँ वो कुत्ता इंतज़ार कर रहा था! अंत में , कूवी को पुलिस अधिकारियों में से एक ने गोद ले लिया। दाऊद परमेश्वर से लिपटा रहा जिन्होंने उसे हमेशा सुरक्षित रखा। (भजन 63:8) । यह दुनिया हमें बहुत सी चीज़ें प्रदान करती है जिनसे हम लिपट सकते हैं। जब हम इस पृथ्वी पर रहते हैं , तब हम कई लोगों और चीज़ों के साथ सम्बन्ध और निकटता बनाते हैं। परन्तु , अगर हम उनमें से किसी से भी लिपटते हैं तो एक दिन हम निराश ज़रूर होंगे। केवल उन्हीं के साथ लिपटे रहें जिनके साथ हम हमेशा के लिए जीवन बिता सकते हैं! क्या ऐसी चीज़ें या लोग हैं जिनसे आप लिपटे रहते हैं ? पृथ्वी पर लोगों और चीज़ों के साथ अच्छे सम्बन्ध ज़रूर रखें ; परन्तु जो अनन्तकाल का है केवल उन्ह

वास्तविक संतुष्टि

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27 September 2020 B. A. Manakala मेरा प्राण मानो चर्बी और चिकनाई से तृप्त हुआ है , और मेरा मुँह हर्षित होंठों से तेरी स्तुति करता है। भजन 63:5 एक बार एक भिखारी मेरे पास आया और मुझे उस पर दया आ गई। मैंने उस व्यक्ति को स्नान कराया , उसके कपड़े बदले और उसे एक मनोरंजन पार्क में ले गया। मैंने देखा कि वह अभी भी उदास ही था। दिन के अंत में उसने मुझसे पूछा , ' क्या मुझे खाने के लिए कुछ मिल सकता है ?' भोजन करने के बाद ही उस व्यक्ति का चेहरा खिल उठा। यहाँ तक कि इस पृथ्वी का सबसे पौष्टिक भोजन भी आपको पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर सकता है। दाऊद परमेश्वर से संतुष्टि का अनुभव करता है (भजन 63:5) । जब तक हम यह नहीं पहचान लेते कि वो क्या है जो हमें वास्तव में संतुष्ट कर सकता है , हम अपना बहुत सारा समय और ताकत बर्बाद कर रहे होंगे। भोजन , वस्त्र , रहने का स्थान , सम्पत्ति और स्वास्थ्य सहित पृथ्वी पर हमारे पास जो कुछ भी है , वो सब परमेश्वर के द्वारा दिया गया है ; लेकिन वे हमें केवल पल भर के लिए ही संतुष्ट कर सकते हैं। आपके जीवन में प्रभु यीशु के होने के बाद भी ,

मैं जीवन भर ...

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26 September 2020 B. A. Manakala इसी प्रकार मैं जीवन भर तुझे धन्य कहता रहूँगा , तेरा नाम लेकर अपने हाथ उठाऊँगा। भजन 63:4 मैंने मित्रों को यह कहते हुए सुना है कि जब वे एक-दूसरे से विदा होते हैं , ' मैं अपने जीवन भर आपको नहीं भूलूँगा ' । मुझे आश्चर्य होता है कि ऐसे वायदे कब तक सच होते हैं। दाऊद एक निर्णय करता है कि वह अपने जीवन भर परमेश्वर को धन्य कहता रहेगा (भजन 63:4) । हम अपने जीवन भर बिना कोई फैसला किए बहुत सारे काम करते रहेंगे , जैसे- खाना , सोना आदि। इसके अलावा , हम कई अन्य काम भी रोज़ाना की तरह करने का निर्णय करते हैं। यदि हम दाऊद की तरह हमेशा परमेश्‍वर की स्तुति करने का निर्णय करते हैं , तो हमें यह भी यकीन होगा कि भलाई और करुणा हमारे जीवन भर हमारे साथ-साथ बनी रहेंगी (भजन 23:6) । आप अपने जीवन भर क्या करने की इच्छा रखते हैं ? यदि केवल एक ही काम है जो आप को अपने जीवन भर करना हो , तो आप परमेश्वर की स्तुति करना ही चुनें! प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी , मेरे जीवन भर आपकी प्रशंसा करते रहने के लिए मुझे प्रशिक्षित कीजिए। आमीन! (Translate

असीम प्रेम

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25 September 2020 B. A. Manakala क्योंकि तेरी करुणा जीवन से भी उत्तम है , मेरे होंठ तेरी प्रशंसा करेंगे। भजन 63:3 बहुत से लोग सोचते हैं कि ' लाइफज़ गुड ' एल जी (कंपनी) का पूर्ण रूप है , बल्कि यह लकी और गोल्डस्टार कंपनियों के एक साथ मिलने से बना था। वैसे भी , एल जी के उत्पाद आज जीवन को आसान बनाते हैं। दाऊद यहाँ जीवन से भी उत्तम एक विशेषता , परमेश्वर के असीम प्रेम के बारे में वर्णन कर रहा है (भजन 63:3) । चलिए सभी आधुनिक सुविधाओं और प्रगति के साथ जीवन का आनंद लें। लेकिन यह न भूलें कि उत्तम , अनन्त और मूल्यवान क्या है। इसके साथ ही , यह मत सोचो कि परमेश्वर तभी भले हैं जब जीवन अच्छा चल रहा हो। परमेश्वर का असीम प्रेम हमें जीवन में आने वाली समस्याओं के दौरान भी सम्भालता है। जीवन के सभी क्षेत्रों में आप परमेश्वर के असीम प्रेम पर कैसे मनन करेंगे ? सांसारिक अच्छे जीवन की कल के लिए कोई गारंटी नहीं है , परन्तु परमेश्वर के प्रेम में है! प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी , मेरे अच्छे जीवन की तुलना में आपके असीम प्रेम पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मेरी

गौर से देखना

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24 September 2020 B. A. Manakala इस प्रकार मैंने पवित्रस्थान में तुझ पर दृष्टि की , कि तेरे सामर्थ्य और तेरी महिमा को देखूँ। भजन 63:2 कल जब हम शाम के समय अपने घर की छत पर थे , तब आसमान में कुछ तारे भी दिख रहे थे। छत पर घूमते समय मेरे बेटे ने एक तारे को देखा और मुझसे कहा: ' पापा , उस तारे को देखो ; मैं जहाँ भी जाऊँ , वो मेरे साथ-साथ चल रहा है। ' दाऊद ने पवित्रस्थान में परमेश्वर पर दृष्टि की और उनके सामर्थ्य और महिमा को भी गौर से देखा (भजन 63:2) । यह सारी परिस्थितियों में एक व्यक्ति के जीवित रहने का मूल है। आज हम में से कुछ , अभी के महामारी और उसके नतीजे , या कुछ अन्य समस्याओं पर गौर से देख रहे होंगे। एक बार जब हम परमेश्वर की सामर्थ्य को देख पाएँगे तो हम किसी भी बात के कारण नहीं डगमगाऍंगे! आज हमें प्रभु यीशु पर अपनी नज़रें टिकाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है (इब्रा 12:2) । परमेश्वर की सारी सृष्टि को देखें और उनकी आराधना करें ; परमेश्वर और उनके सामर्थ्य को भी गौर से देखें! प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी , मेरे जीवन के सभी दिनों में आपक

आत्मा प्यासी है

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23 September 2020 B. A. Manakala हे परमेश्वर , तू ही मेरा परमेश्वर है ; मैं तुझे यत्न से ढूंढूंगा ; सूखी और प्यासी , हाँ , निर्जल भूमि पर मेरा प्राण तेरा प्यासा है , मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है। भजन 63:1 क्रूस पर रहते हुए प्रभु यीशु के द्वारा कहे कथनों में से एक था ' मैं प्यासा हूँ। ' वहाँ आसपास खड़े लोगों ने इसे केवल एक शारीरिक प्यास के रूप में ही समझा होगा ; परन्तु उनकी प्यास शायद शारीरिक से बढ़कर थी। यह स्पष्ट है कि दाऊद एक सूखी भूमि में होने के कारण शारीरिक और आत्मिक दोनों तरह से प्यासा है (भजन 63:1) । जब हम इस पृथ्वी पर रहते हैं तो हम कई चीज़ों के लिए शारीरिक रूप से प्यासे होते हैं ;  लेकिन हमारी आत्मा को संतुष्ट करना अधिक महत्वपूर्ण है। एक बार प्रभु यीशु ने स्वयं सामरी स्त्री को जीवन का जल देने की बात की थी , ' जो कोई उस जल में से पीएगा , जो मैं उसे दूँगा , वो अनन्तकाल तक प्यासा न होगा ' । केवल यही उसमें अनन्त जीवन के लिए उमण्डने वाला जल का सोता बन सकता है (यूहन्ना 4:13-14) । पृथ्वी पर रहते समय आप ज़्यादातर किस के लिए प्यासे रह

प्रतिफल और चुकौती

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22 September 2020 B. A. Manakala और ' हे प्रभु , करुणा भी तेरी है। ' तू तो मनुष्य को उसके कार्यों के अनुसार फल देता है। भजन 62:12 एक बार हमने डॉल्फिन (मछली) का खेल देखा। हमें आश्चर्य हो रहा था जिस तरह से डॉल्फिन ने प्रदर्शन किया! हमने देखा कि प्रत्येक प्रदर्शन के बाद डॉल्फिन को उस चीज़ से पुरस्कृत किया जाता था जो उन्हें पसंद था। हम मनुष्यों को पुरस्कार प्राप्त करना पसंद हैं। इसलिए , हम पुरस्कार देते हैं , प्राप्त करते हैं और उम्मीद करते हैं। पृथ्वी पर हमें मिलने वाले पुरस्कार हमें आगे बढ़ने के लिए अलग-अलग तरीकों से प्रोत्साहित करते हैं। लेकिन अगर हम हमेशा पृथ्वी पर पुरस्कार पाने की उम्मीद करते हैं तो हम निराश हो सकते हैं। अनन्तकाल की आशीषों पर मन लगाएँ ; परमेश्वर आपको निराश नहीं करेंगे। परमेश्वर सच्चे न्यायी होने के कारण मनुष्य की दुष्टता के लिए भी चुकौती होगी। मुख्य रूप से अंतिम प्रतिफल पर ध्यान केंद्रित रहने के लिए आप क्या करेंगे ? आपके द्वारा किए जाने वाले सभी कार्यों के लिए प्रतिफल या चुकौती है ; परन्तु उद्धार आपके द्वारा किए जाने वाल

इसे कई बार सुनें

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21 September 2020 B. A. Manakala परमेश्वर ने एक बात कही , दो बातें मैंने सुनी : कि ' सामर्थ्य परमेश्वर ही का है ' । भजन 62:11 जब हम छोटे थे तो हम अपनी माँ से लड़ते थे। कभी-कभी जब उन्हें बहुत गुस्सा आता था तो वह हमसे कहती थीं कि ' तुम मुझे देखने के लिए बहुत तरसोगे। ' जबकि 1995 में उनका निधन हो गया लेकिन आज भी उनके शब्द अक्सर मेरे कानों में गूँजते हैं। आज हम जिस शोरभरी दुनिया में रहते हैं , उसमें जो भी हम पसंद करते हैं , उसे सुनने और देखने के लिए बहुत सारे अवसर होते हैं। और अपनी पसंद के अनुसार हम उन में से कई बातों पर मनन भी करते हैं। अगर हम अपने आत्मिक मनुष्य को मज़बूत करना चाहते हैं , तो हमें अपने कानों में परमेश्वर की आवाज़ को जितनी बार संभव हो सके अवश्य गूँजने देना चाहिए। धन्य हैं वे जो दिन-रात परमेश्वर के वचन पर मनन करते रहते हैं (भजन 1:2) । आप पूरे दिन में मनन करने के लिए क्या चुनेंगे ? जो आप बार-बार सुनते और देखते हैं वो धीरे-धीरे आपके जीवन को बदल देगा! प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी , आप मुझे सिखाइए कि जो भी आप कहते हैं , उसे

जीवन का केंद्र

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20 September 2020 B. A. Manakala अन्धेर करने पर भरोसा मत रखो , न लूट-मार करने पर व्यर्थ-आशा रखो ; यदि धन-सम्पत्ति बढ़े फिर भी उस पर मन न लगाना। भजन 62:10 मैं इस बात को लेकर बहुत सावधान रहता था कि मैं अपना बटुआ कैसे रखता हूँ और कैसे मैं उसका इस्तेमाल करता हूँ। लेकिन धीरे-धीरे महामारी के दौरान बटुआ लगभग बेकार चीज़ बन गया , क्योंकि अब सभी लेनदेन गूगल पे या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का उपयोग करके किए जाते हैं। अब मैं बाहर जाने पर अपने बटुए को ले जाने का बिलकुल कष्ट नहीं उठाता! परमेश्वर हम में से प्रत्येक को अधिक या कम धन-सम्पत्ति देकर आशीष दे सकते हैं। परन्तु धन-सम्पत्ति को कभी-भी अपने जीवन का केंद्र न बनने दें। जब तक हम धन-सम्पत्ति को अपने ' आसपास ' रहने दे पाते हैं , हम अपने जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं करेंगे। जिस क्षण हम धन-सम्पत्ति को हमारे जीवन के केंद्र पर कब्ज़ा करने देंगे , यह हमारे जीवन में बाकी सब पर कब्ज़ा करना शुरू कर देगा। सच में यह मायने नहीं रखता कि हमारे पास कितना है ; परन्तु यह मायने रखता है कि जो हमारे पास है उसे हम कहाँ रखते हैं। आपके ज

आप में क्या योग्यता है?

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19  सितंबर 2020  B. A. Manakala     नीच लोग श्वासमात्र, और बड़े लोग मिथ्या ही हैं; तुला में उनका पलड़ा ऊपर उठ जाता है, वे सब के सब श्वास से भी हल्के पड़ते हैं। भजन 62:9 कुछ समय पहले मैंने एक अनाथालय का दौरा किया। वहाँ एक बुद्धिमान और रूपवान लड़का था। मुझे यह सुनकर बड़ा झटका लगा कि वह अपनी माँ के द्वारा एक लाख रुपयों (₹ 100,000) में बेचा गया था! आप जैसा स्वयं को पेश करते हैं, उस पर आधारित यदि आप अपने आप को मापते हैं तो आप सिर्फ श्वासमात्र ही हैं। परन्तु यदि आप उस हवा का श्वास लेना जारी रखते हैं जो श्वास आरम्भ में आप में फूंकी गई थी, तो आप जो सोचते हैं उससे कहीं अधिक आप योग्य हैं। (उत्प 2:7) जो भी हम सोचते हैं कि भौतिक रूप से हम योग्यता रखते हैं, एक दिन वो सब कुछ खत्म हो जाएगा। परन्तु आत्मिक रूपी आपकी योग्यता अनन्तकाल का मूल्य रखती है। क्या आपकी आत्मा से अधिक कुछ भी मूल्यवान है? (मत्ती 16:26) अन्य लोग आपकी भौतिक संपत्ति के आधार पर आपको मूल्य दे सकते हैं; परन्तु परमेश्वर आपको आत्मिक रूप से महत्व देते हैं! प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, मुझे यह समझने में सहायता कीजिए कि आपकी वजह से मेरी योग्यता क

उंडेलना

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18 सितंबर 2020 B. A. Manakala हे लोगों, हर समय उस पर भरोसा रखो; अपने हृदय उसके सामने उंडेल दो; परमेश्वर हमारा शरणस्थान है। भजन 62:8 हमारी सगाई के बाद का एक वर्ष मुझे याद है। हमारे पास एक दूसरे के साथ बाँटने के लिए सच में बहुत कुछ था, कि जब हमारी बातें खत्म करने का समय आता था तब हम हमेशा दु:खी हो जाते थे। तब भी हम अगली बातचीत का बेसब्री से इंतज़ार करते थे। वैसे, पति-पत्नी के रूप में, अभी भी एक-दूसरे के साथ बिताए हुए हमारे समयों को सोचकर हमें अच्छा लगता है। हमारे परमेश्वर यह इच्छा रखते हैं कि हम हमेशा के लिए अपना हृदय उनके सामने उंडेल दें। याद रखें, भले ही आप अपने विचारों को परमेश्वर से कभी न बाँटे, तो भी आपके हृदय के जो विचार थे, और जो विचार हैं और जो विचार होंगे, परमेश्वर आपके हृदय के उन सारे विचारों को जानते हैं! हो सकता है, ऐसी कई बातें होती हैं जो हम परमेश्वर के अलावा किसी और से बाँट नहीं सकते हैं। प्रभु आपकी प्रतीक्षा करते हैं (यशा 30:18); आप परमेश्वर का कितना प्रतीक्षा करते हैं? आप अपना हृदय परमेश्वर के साथ कितना बाँटते हैं? आप परमेश्वर से कितना प्यार करते हैं, यह इस बात का प्रमाण

दृढ़ चट्टान और शरणस्थान

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17 September 2020 B.A. Manakala मेरा विजय और मेरी महिमा का आधार परमेश्वर है। वह मेरा शरणस्थान , मेरी दृढ़ चट्टान है , जहाँ कोई शत्रु मुझ तक नहीं पहुँच सकता। (भजन 62:7 NLT) जिन वाहनों में राष्ट्रपति यात्रा करते हैं , उनमें बहुत-सी सुरक्षा सुविधाएँ होती हैं। उन वाहनों में गोली नहीं लगती है (बुलेट-प्रूफ) , वे विभिन्न प्रकार के हमलों से बच सकते हैं , पहियों में हवा न होने पर भी वे चलती हैं , आदि। ' एक ऐसी चट्टान जहाँ कोई शत्रु नहीं पहुँच सकता ' ऐसा NLT (New Living Translation) बाइबल में अनुवाद दिया गया है। इससे अधिक हमारी सुरक्षा और क्या हो सकती है ? प्रभु हमें दुष्ट से बचाते हैं ( 2 थिस्स 3:3) । कभी-कभी हम अपने विश्वास में कमज़ोर हो जाते हैं और शैतान के झूठ पर विश्वास करने लगते हैं।  दुनिया में कुछ भी , यहाँ तक कि कोई महामारी भी आपको तब तक नहीं छू सकती है जब तक कि परमेश्वर अनुमति नहीं देते हैं। क्या आपको मिली हुई सुरक्षा के बारे में आप जानकारी रखते हैं ? परमेश्वर ने पहले से आपके हर तरफ जो सुरक्षा का बाड़ा बनाया है , उससे परे अपना स्वयं का बा

सच्चा सम्मान

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16 September 2020 B. A. Manakala मेरे उद्धार और मेरी महिमा का आधार परमेश्वर है , मेरी दृढ़ चट्टान और शरणस्थान परमेश्वर है। भजन 62:7 जैसे ही मैंने एक शोध कार्यक्रम के लिए नामांकन किया , बहुत से लोग मेरे नाम के साथ ' डॉ ' उपाधि जोड़ने लगे! जब मैं अभी तक वहाँ पहुँचा नहीं हूँ , तो क्या यह उपाधि मुझे कोई सम्मान देता है ? दाऊद ने अच्छी तरह से पहचाना कि सम्मान वास्तव में प्रभु से ही मिलता है। जो लोग परमेश्वर की सेवा करते हुए उन्हें आदर देते हैं , उन्हें परमेश्वर सम्मानित करते हैं (यूहन्ना 12:26; 1 शमू 2:30) केवल स्वर्ग से प्राप्त होने वाला सम्मान ही सदा के लिए कायम रहता है। पृथ्वी पर प्राप्त उपाधियाँ और सम्मान कब्र तक ही हमारे साथ रहेंगे। कभी-कभी , स्वर्ग से प्राप्त होने वाले सम्मान को सांसारिक मानदंड का उपयोग करके नहीं मापा जा सकता है। प्रभु से मिलने वाले सम्मान को आप कैसे पहचानेंगे ? जब तक आप इस पृथ्वी पर रहते हैं , तब तक ही सांसारिक सम्मान आपके लिए उपयोगी हो सकते हैं ; परन्तु स्वर्ग से प्राप्त होने वाले सम्मान अनन्तकाल के लिए होते हैं!