गौर से देखना

24 September 2020

B. A. Manakala

इस प्रकार मैंने पवित्रस्थान में तुझ पर दृष्टि की, कि तेरे सामर्थ्य और तेरी महिमा को देखूँ। भजन 63:2

कल जब हम शाम के समय अपने घर की छत पर थे, तब आसमान में कुछ तारे भी दिख रहे थे। छत पर घूमते समय मेरे बेटे ने एक तारे को देखा और मुझसे कहा: 'पापा, उस तारे को देखो; मैं जहाँ भी जाऊँ, वो मेरे साथ-साथ चल रहा है।'

दाऊद ने पवित्रस्थान में परमेश्वर पर दृष्टि की और उनके सामर्थ्य और महिमा को भी गौर से देखा (भजन 63:2)। यह सारी परिस्थितियों में एक व्यक्ति के जीवित रहने का मूल है। आज हम में से कुछ, अभी के महामारी और उसके नतीजे, या कुछ अन्य समस्याओं पर गौर से देख रहे होंगे।

एक बार जब हम परमेश्वर की सामर्थ्य को देख पाएँगे तो हम किसी भी बात के कारण नहीं डगमगाऍंगे! आज हमें प्रभु यीशु पर अपनी नज़रें टिकाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है (इब्रा 12:2)

परमेश्वर की सारी सृष्टि को देखें और उनकी आराधना करें; परमेश्वर और उनके सामर्थ्य को भी गौर से देखें!

प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, मेरे जीवन के सभी दिनों में आपकी ओर गौर से देखते रहने में मेरी मदद कीजिए। आमीन!

(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)    


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