अद्भुत युक्ति करनेवाला !

B.A. Manakala


मैं तुझे बुद्धि दूँगा और जिस मार्ग पर तुझे चलना है उसमें तेरी अगुवाई करूँगा, मैं अपनी दृष्टि तुझ पर लगाए रखकर तुझे सम्मति दूँगा। भजन 32:8

जीवन के विभिन्न चौराहों पर हम सभी को किसी के मार्गदर्शन और सही निर्णय लेने के लिए सलाह देने में किसी व्यक्ति की आवश्यकता महसूस होती है। हम अक्सर अपने 'अद्भुत युक्ति करनेवाले' (यशा 9:6) को किनारे करते हुए मानवीय मदद की तलाश करते हैं। परमेश्वर ऐसा हमसे कभी नहीं चाहते हैं।

परमेश्वर हमें किनारे नहीं करना चाहते हैं, बल्कि वह सदा हमारे साथ ही काम करते रहना चाहते हैं। यह जानना कितनी अद्भुत बात है कि "निस्संदेह, प्रभु यहोवा जब तक अपने दास नबियों पर अपना भेद प्रकट नहीं करते तब तक वह कुछ भी नहीं करते" (आमोस 3:7)। आइए परमेश्वर को अपने जीवन का मुख्य युक्ति करनेवाला बनाते हैं।

यदि आप मानवीय सलाहकारों को किनारे करते हैं तो आप कुछ भी नहीं खोएँगे; लेकिन
यदि आप 'अद्भुत युक्ति करनेवाले' को किनारे करते हैं, तो आप ज़रूर खोएँगे।

प्रार्थना:
प्यारे प्रभु जी, मेरे लिए एक 'अद्भुत युक्ति करनेवाला' होने के लिए मैं आपका धन्यवाद देता हूँ। लगातार आपकी सलाह लेने में मेरी मदद कीजिए। आमीन!

 

 

(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)

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