मेरे माता - पिता ने मुझे छोड़ दिया !

B.A. Manakala


मेरे माता-पिता ने तो मुझे छोड़ दिया है, परन्तु यहोवा मुझे सम्भाल लेंगे। भजन 27:10

अपनी 11वीं कक्षा में पढ़ते समय कैंसर से मेरी माँ की मृत्यु हुई, और इससे मैं बहुत टूट गया था! जबकि वो समय मेरे लिए बहुत कठिन था, आखिरकार इस घटना की वजह से मैंने अपना पूरा जीवन प्रभु की सेवा करने का निर्णय लिया, इससे मेरे जीवन में मेरी माँ का खालीपन भर गया। यहाँ तक कि हमारे माता-पिता जो हमसे प्यार करते हैं, वे भी शायद हमारे साथ लम्बे समय तक नहीं रहेंगे। अक्सर माता-पिता यह सोचते हैं कि वे अपने बच्चों के लिए पूरी तरह से ज़िम्मेदार हैं।

क्या यह माता-पिता की ज़िम्मेदारी नहीं है जो अपने बच्चों को कैसे जीना चाहिए, यह सिखाते हैं और उन्हें सही रास्ते की ओर ले चलते हैं? यदि यह सच होता तो दाऊद ऐसी प्रार्थना नहीं करता, 'हे यहोवा, मुझे अपना मार्ग सिखाइए, और समतल पथ पर मेरी अगुवाई कीजिए ...' (वचन 11)। हमारे माता-पिता के बजाय वास्तव में परमेश्वर ही हैं जो हमारे लिए ज़िम्मेदार हैं। आगे सोचें तो, क्या हमारे बच्चों के लिए भी केवल परमेश्वर ही ज़िम्मेदार नहीं हैं?

यदि मेरे माता-पिता भी मुझे छोड़ दें तो भी परमेश्वर न ही मुझे छोड़ते हैं और न ही मुझे त्यागते हैं!

प्रार्थना:
प्यारे प्रभु जी, मैं आपको धन्यवाद देता हूँ कि यदि मेरे माता-पिता भी मुझे छोड़ दें, तो भी आप मुझे कभी नहीं छोड़ते हैं। आमीन!


 

(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)

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