पीड़ित और दरिद्र परमेश्वर की स्तुति करते हैं!
B. A. Manakala
सताए हुए को अपमानित होकर लौटना न पड़े; पीड़ित और दरिद्र तेरे नाम की स्तुति करें। भजन 74:21
क्रेडिट स्विस ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट (Credit Suisse Global Wealth Report) के अनुसार, "देश की सम्पत्ति का 58.4% हिस्सा भारत के 1% धनी लोगों के पास है"। ऑक्सफैम (Oxfam) की रिपोर्ट के अनुसार, "भारत के अरबपतियों की कुल सम्पत्ति देश में दो बार पूर्ण रूप से गरीबी को खत्म करने के लिए पर्याप्त होगी।"
कुछ लोग सोचते होंगे कि यदि सब कुछ अच्छे रीति से चलना है तो धनी होना ज़रूरी है। परन्तु यदि हम कुछ धनी लोगों से पूछें तो वे कहेंगे कि क्या उनके साथ सब कुछ ठीक चल रहा है या नहीं। प्रभु यीशु ने कहा कि परमेश्वर के राज्य में किसी धनवान का प्रवेश करना बहुत कठिन है (मरकुस 10:24-25)। धनी लोगों के लिए परमेश्वर की स्तुति करना और प्रार्थना करना भी बहुत कठिन है।
यहाँ अच्छी बात यह है कि पीड़ित और दरिद्र बेहतर रूप से सुसमाचार को अपनाते और परमेश्वर की स्तुति भी करते हैं (भजन 74:21)। दरिद्रों के लिए, प्रार्थना और स्तुति करना बहुत ही स्वाभाविक है, जबकि धनी लोगों को यही करने के लिए जानबूझकर प्रयास करने होंगे।
जब भी मुझे आवश्यकता होती है, क्या मैं परमेश्वर को केवल तभी याद करता हूँ?
चाहे हम धनी हों या निर्धन हों, प्रतिदिन परमेश्वर की अधिक स्तुति करना सीखें।
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, चाहे कुछ भी हो जाए, मैं अपने जीवन भर आपकी स्तुति-प्रशंसा करता रहूँ। आमीन!
(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)
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