सामर्थी दाहिना हाथ !
B. A. Manakala
तू ने अपना हाथ, हाँ, अपना दाहिना हाथ क्यों रोक रखा है? उसे अपने सीने से हटाकर उनका नाश कर दे। भजन 74:11
ऊँट उन जानवरों में से एक है जो बड़ी ज़ोरदार लात मारते हैं। वे एक ही समय पर अपने चारों पैरों से चार अलग-अलग दिशाओं में अपनी लात से मार सकते हैं। इस तरह से कभी-कभी वे सिंहों से भी बच निकलते हैं।
मेरा ऐसा मानना है कि किसी भी ताकतवर चीज़ के साथ, परमेश्वर के सामर्थी दाहिने हाथ की तुलना करना केवल मूर्खता की ही बात होगी। जिन सैनिकों ने प्रभु यीशु के हाथों पर कील ठोंके थे, उन्हें यह पता नहीं था कि उनके हाथ कितने सामर्थी थे। जब रोमी अधिकारियों ने प्रभु यीशु की कब्र पर मुहर लगाया तो उन्हें यह कभी नहीं पता था कि वह इससे बाहर आने के लिए सामर्थी होंगे।
जिन हाथों ने हमें भूमि की मिट्टी से सृजा (उत्पत्ति 2:7); जिन हाथों ने पाँच रोटियों और दो मछलियों को आशीष दी (यूहन्ना 6), जिन हाथों ने याकूब की जाँघ को छुआ था (उत्पत्ति 32), जिन हाथों ने अँधे को छुआ था (मत्ती 20), जिन हाथों ने पानी में डूब रहे पतरस को बचाया था (मत्ती 14:31), और जिन हाथों ने चन्द्रमा और तारों को आकाश में नियुक्त किया (भजन 8:3), उन हाथों को कभी न भूलें।
क्या मैं वास्तव में जानता हूँ कि वे हाथ कितने सामर्थी हैं?
परमेश्वर के दयालु होने के कारण ही, उनके सामर्थी हाथों को नाश करने से अक्सर रोक कर रखा है।
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, आपके सामर्थी हाथ, जो नेतृत्व, अनुशासन या विनाश कर सकते हैं, उन हाथों को सदा देखते रहने में मेरी मदद कीजिए। आमीन!
(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)
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