चिह्न-चमत्कार अब नहीं दिखाई दे रहे हैं?
B. A. Manakala
हमको हमारे चिह्न नहीं दिखाई पड़ते; अब कोई नबी न रहा, न हमारे मध्य कोई जानता है कि कब तक ऐसा रहेगा। भजन 74:9
कई वर्षों पूर्व रेलवे ट्रैक के पास एक कमरे में मैं रहा करता था। शुरू में कुछ दिनों के लिए जब भी कोई ट्रेन रात में गुज़रती थी तो मैं अपनी नींद से जाग जाता था। परन्तु धीरे-धीरे मुझे उस शोर की आदत हो गई कि मैंने फिर कभी ध्यान ही नहीं दिया कि ट्रेन कब गुज़रती थी!
भजनकार को कोई चिह्न-चमत्कार न दिखाई पड़ने और यहाँ तक कि नबियों की अनुपलब्धता की शिकायत है (भजन 74:9)। कई कारणों से हम यह नहीं समझ पाते हैं कि कुछ विशेष परिस्थितियों में परमेश्वर किस तरह से कार्य करते हैं। कभी-कभी हम परमेश्वर की आवाज़ नहीं सुन सकेंगे या उनकी उपस्थिति को अनुभव नहीं कर सकेंगे।
कुछ कारण ऐसे हो सकते हैं:
1) कुछ उद्देश्यों के लिए परमेश्वर के कार्य में देरी होती है (यूहन्ना 11:4);
2) हमारे विश्वास की कमी के कारण भी परमेश्वर चिह्न-चमत्कार नहीं कर पाते हैं (मरकुस 6:5);
3) या यह भी हो सकता है कि हम उन चिह्न-चमत्कारों को देख नहीं पाते होंगे (मरकुस 8:18)।
भले ही हम उन चिह्न-चमत्कारों को देखें या नहीं, परमेश्वर सदा कार्य करते रहते हैं। और परमेश्वर के लोग हमेशा आस-पास ही होते हैं।
क्या मुझे सदा परमेश्वर के चिह्न-चमत्कार आस-पास दिखाई देते हैं?
यहाँ तक कि जब परमेश्वर शान्त दिखते हैं, तब यह जानने का प्रयास करें कि वास्तव में वह कैसे कार्य करते हैं; फिर हम कभी भी शिकायत नहीं करेंगे।
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, आपको, आपके कार्यों को और आपके लोगों को सदा देखते रहने के लिए मेरी आँखों को खोल दीजिए। आमीन!
(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)
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