प्राचीनकाल में मोल लिए गए !

B. A. Manakala

अपनी मण्डली को जिसे तू ने प्राचीनकाल में मोल लिया, जिसे तू ने अपनी मीरास का गोत्र बनने के लिए छुड़ा लिया, और सिय्योन पर्वत को भी जिस पर तू ने वास किया, स्मरण कर। भजन 74:2

मैं बहुत छोटा था जब मेरी बड़ी दादी ने स्कूल में उनकी एक सहेली के बारे में बताया - कैसे वे एक साथ स्कूल जाती थीं और साथ में खेलती थीं। सन 1980 में 96 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। मैं एक छोटा बच्चा ही था, तो मैं यह समझ नहीं पा रहा था कि कितने वर्ष पहले वे दोनों छोटी बच्चियाँ थीं और एक साथ खेलती थीं! आज मैं अंदाज़ा लगा सकता हूँ कि यह सिर्फ 130 वर्ष पुरानी कहानी थी!

भजनकार परमेश्वर को यह स्मरण दिलाने का प्रयत्न कर रहा है कि परमेश्वर के लोग उनके द्वारा बहुत पहले से ही चुने हुए थे (भजन 74:2)। क्या परमेश्वर को ऐसे स्मरण दिलाने की ज़रूरत है? मुझे लगता है कि सच्चाई यह है कि हम साधारण तौर पर भूल जाते हैं कि परमेश्वर ने हमें जगत की उत्पत्ति से पूर्व मसीह में चुन लिया (इफि 1:4)। विभिन्न माध्यमों से परमेश्वर को ही हमें जीवन में कई बार स्मरण दिलाना पड़ता है। जब परमेश्वर स्वयं हमें स्मरण दिलाते हैं, तब ही हम परमेश्वर को याद दिला पाते हैं!

क्या मुझे पता है कि परमेश्वर ने मुझे कितना पहले से मोल लिया है?

'बहुत पहले' (long ago) और 'अब' (now) के बीच की अवधि परमेश्वर और हमारे लिए कभी भी एक समान नहीं होगी!

प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, प्रतिदिन बेहतर रूप से यह समझने में मेरी मदद कीजिए कि आपने मुझे बहुत पहले से मोल लिया है। आमीन!

 


(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)

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