परमेश्वर भले हैं !
B. A. Manakala
निश्चय ही परमेश्वर, इस्राएल के लिए अर्थात् शुद्ध मन वालों के लिए भला है। भजन 73:1
मेरे एक मित्र ने हमारे एक शिक्षक के बारे में मुझे बताया, 'वह शिक्षक बहुत अच्छे हैं'। लेकिन एक अन्य मित्र ने मुझे उसी शिक्षक के बारे में एक विपरीत राय देकर कहा, 'वह शिक्षक बहुत बुरे हैं'। हम सभी यह अनुमान लगा पाएँगे कि उस शिक्षक के बारे में ये राय अलग-अलग क्यों थीं।
यहाँ आसाफ कहता है, 'परमेश्वर इस्राएल के लिए भले हैं' (भजन 73:1)।
परन्तु हम सभी जानते हैं कि इस्राएल के लोग कितनी बार परमेश्वर के विरुद्ध कुड़कुड़ाते रहे जब उन्हें पृथ्वी पर कठिन समय का सामना करना पड़ा जिनका सामना वे नहीं करना चाहते थे।
परमेश्वर भले हैं, इसलिए नहीं कि वह हमारी सभी ज़रूरतों को पूरी करते हैं, या वह हमें हर तरह के खतरों से बचाते हैं, या वह हमें पृथ्वी पर सौ वर्ष की आयु तक जीवित रखते हैं; बल्कि इसलिए कि हमारे जीवन की यात्रा पूरी करके हमें अनन्त जीवन देने में वह विश्वासयोग्य और सक्षम हैं, चाहे इस पृथ्वी पर हम कोई भी कठिनाई का सामना क्यों न करें।
परमेश्वर भले हैं, यह मैं अपने जीवन में कैसे अनुभव करता हूँ?
जब हम नम्रतापूर्वक यह आशा करते हैं, तब परमेश्वर की भलाई हम सभी को भला बनाने के लिए पर्याप्त है।
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, आप कितने भले हैं, प्रत्येक दिन बेहतर रूप से यह समझने में मेरी मदद कीजिए। आमीन!
(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)
Comments
Post a Comment