सारी जातियाँ उनके द्वारा धन्य हों !

B. A. Manakala

उसका नाम सदा-सर्वदा बना रहे, जब तक सूर्य है, उसका नाम बढ़ता रहे। उसके कारण लोग अपने को धन्य मानें, सारी जातियाँ उसे धन्य कहें। भजन 72:17

गणित के शिक्षक ने कक्षा को एक प्रश्न हल करने को दिया। सभी छात्रों ने उसे हल करने के लिए काफी समय तक बहुत मेहनत की। अन्त में, उनमें से एक निपुण छात्र ने उस प्रश्न का हल ढूँढ़ निकाला! तब शिक्षक ने सभी छात्रों को एक-एक करके उसके पास भेजा, यह जानने के लिए कि उसने उस प्रश्न को कैसे हल किया। अन्त में, कक्षा के सभी छात्रों ने उसे हल किया।

यह कितनी अद्भुत इच्छा है कि सारी जातियाँ उनके द्वारा धन्य हो जाएँ (भजन 72:17)। परमेश्वर ने अब्राहम को पृथ्वी की सारी जातियों के लिए एक आशीष बनाया (उत्पत्ति 22:18)। जो हमें शाप देते हैं, उन लोगों को भी हमें आशीष देना है (लूका 6:28)। यदि हम स्वयं किसी समस्या को हल करते हैं तो हमारे आस-पास के अन्य लोगों की उसी तरह की समस्या को हल करने में मदद करना आसान होता है। हमें जो आशीष स्वर्ग से मिली है, उसी के द्वारा ही सबके लिए ऐसा आशीष बनना हमारे लिए सम्भव है।

क्या हम यह इच्छा रखते हैं कि पृथ्वी की सारी जातियाँ हमारे द्वारा धन्य हों?

सबके लिए आशीष का कारण बनना, परमेश्वर और दूसरों को सन्तुष्ट करने का सबसे उत्तम तरीका है।

प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, ऐसा होने दीजिए कि मेरे द्वारा सारी जातियाँ धन्य हों। आमीन!

 

(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)

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