राजा अमर रहे !

B. A. Manakala

अतः वह जीवित रहे, और शेबा का सोना उसे दिया जाए; लोग उसके लिए निरन्तर प्रार्थना करें, और दिन भर उसे धन्य कहते रहें। भजन 72:15

1461 में, जब चार्ल्स (Charles) VII की मृत्यु हो गई थी, तब 'ले रोई एस्ट मोर्ट, विवे ले रोई!' (Le Roi est mort, Vive le Roi!) एक फ्रेंच (French) वाक्यांश जिसका अर्थ है, 'राजा की मृत्यु हो गई है, राजा अमर रहे', बोला जाता था। 'राजा अमर रहे' या 'परमेश्वर राजा को बचा लें' इन शब्दों का उपयोग कई बार बाइबल में किया गया है (1 शमूएल 10:24; 2 शमूएल 16:16)।

मतूशेलह 969 वर्ष जीवित रहा (उत्प 5:27); परन्तु आज हम शायद ही किसी को देख पाएँगे, जो 100 साल तक भी जीवित रहे। जबकि सुलैमान के लिए भी यह कामना की गई थी कि 'राजा अमर रहे', परन्तु ऐसा नहीं लगता कि वह 80 वर्ष से भी अधिक जीवित था! जबकि दीर्घायु एक आशीष है, फिर भी हम पृथ्वी पर कितने समय तक जीवित रहते हैं, यह वास्तव में अर्थपूर्ण नहीं है; परन्तु हम पृथ्वी पर रहते हुए अपने जीवन में जो कुछ करते हैं वो महत्वपूर्ण है। एक बार हमारे जन्म लेने के बाद हम अनन्त के वारिस बन जाते हैं। इस जीवन के दौरान हम इसका भी चुनाव करते हैं कि हम अपना अनन्त जीवन कहाँ बिताना चाहते हैं। हम सब पृथ्वी पर दीर्घ काल तक ज़रूर जीवित रहें; परन्तु इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि हम ऐसा चुनाव करें कि परमेश्वर के साथ अपना अनन्तकाल बिताएँ।

क्या मैं परमेश्वर के साथ दीर्घ समय तक जीवन बिताने के लिए तैयार हूँ?

अनन्त जीवन एक उपहार है, जो केवल अनन्त परमेश्वर की ओर से ही मिलता है; कोई भी व्यक्ति अपने आप ही जीवित नहीं रह सकता है और न ही किसी और को अनन्त काल का जीवन दे सकता है।

प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, आपके साथ अनन्त काल बिताने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को इच्छा दीजिए। आमीन!

 

(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

गुप्त पाप ?

अद्भुत युक्ति करनेवाला !