राजाओं की तुलना में 'राजा'


B.A. Manakala

यरूशलेम में तेरे मन्दिर के कारण, राजा तेरे लिए भेंटें ले आएँगे। भजन  68:29

हंस उनकी लंबी उड़ानों के दौरान वी-आकार (V-formation) में उड़ते हैं। नेतृत्व करने वाले पक्षी के लिए उड़ान बहुत कठिन होती है और इसलिए वे बारी-बारी से नेतृत्व करते हैं। इस तरह वे जल्दी न रुकते हुए लंबी उड़ान भरने में सक्षम होते हैं।

पृथ्वी के राजा स्वर्ग के 'राजा' की आराधना करते हैं (भजन 68:29)। भले ही हम में से कुछ लोगों के पास पृथ्वी पर बहुत उच्च पद्वी होंगे, परन्तु फिर भी हमें स्वर्ग के सर्वोच्च अधिकार को अवश्य ही स्वीकार करना होगा। परमेश्वर की सारी सृष्टि सर्वोच्च अधिकार के अधीन हैं। या तो, क्योंकि मनुष्य को चुनाव करने की स्वतंत्रता है या क्योंकि हम यह भूल जाते हैं कि हम अक्सर परमेश्वर को अनदेखा करते हुए अपने रास्ते पर चलते हैं।

सांसारिक राजा आपको कभी भी नहीं जानते होंगे और आप पर कोई व्यक्तिगत ध्यान भी नहीं दे सकते होंगे। परन्तु स्वर्गीय 'राजा' आप में बहुत रुचि रखते हैं, आपसे प्यार करते हैं और आपके साथ वास करना चाहते हैं!

क्या ऐसे समय होते हैं जब आपको सर्वशक्तिमान 'राजा' के बारे में विचार करने के लिए स्वयं को याद दिलाना पड़ता है?

जो पृथ्वी के राजा सर्वोच्च 'राजा' के अधीन में रहते हैं, केवल वे ही बुद्धि और समझदारी के साथ शासन करेंगे!

प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, मुझे यह जानने के लिए अवसर दीजिए कि आप ही एकमात्र सर्वोच्च 'राजा' हैं। आमीन!


(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)

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