प्रत्येक चलन पर आँखें लगी रहती हैं!
B. A. Manakala
वह अपने सामर्थ्य से सर्वदा शासन करता है; उसकी आँखें जाति जाति पर लगी रहती हैं; विद्रोही सिर न उठाएँ। भजन 66:7
माता-पिता के रूप में हमें लगता है कि हम अपनी छोटी बेटी के हर चलन पर नज़र रख रहे हैं। लेकिन वह हमें कुछ अपने कार्यों से आश्चर्यचकित कर देती है: जैसे अलमारी के अन्दर बैठना, कप तोड़ना, दीवार पर चित्र बनाना, आदि।
परमेश्वर की आँखें जाति जाति पर लगी रहती हैं (भजन 66:7); कलीसिया, परिवार, प्रत्येक व्यक्ति, प्राणियों, ग्रहों, इन हर कार्यों में परमेश्वर की आँखें प्रत्येक चलन पर लगी रहती हैं। परमेश्वर की ऑंखें पूरी सृष्टि के प्रत्येक चलन पर लगी रहती हैं। जाति जाति के लोग विभिन्न योजनाएँ बना रहे हैं, कभी-कभी निर्माण करने के लिए, और कभी नष्ट करने के लिए; कभी-कभी बिना यह पहचाने भी कि परमेश्वर की आँखें प्रत्येक कार्यों पर लगी रहती हैं!
आपके जीवन में किन अवसरों पर आप यह भूल जाते हैं कि परमेश्वर आपको देख रहे हैं?
पूरी सृष्टि के रखवाले के रूप में परमेश्वर बहुत अद्भुत कार्य करते हैं!
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, अपने आप को अक्सर यह याद दिलाने पाऊँ कि आप मुझे देख रहे हैं। आमीन!
(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)
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