गली के कुत्तों पर ध्यान न लगाएँ !

B.A. Manakala

वे सायंकाल लौटकर, कुत्ते के समान गुर्राते हैं, और नगर के चारों ओर घूमते हैं। भजन 59:6

हमारे पड़ोस में कई कुत्ते हैं। वे हर रात में बहुत ज़ोर से गुर्राते हैं और इससे हमारी नींद अक्सर खराब हो जाती है। हम कभी-कभी रात में घर के बाहर घूमने से भी डरते हैं। लेकिन साधारण तौर पर, यदि कोई उन्हें परेशान नहीं करता है, तो वे किसी को कुछ नहीं करते हैं।

हमारा शत्रु भी रात में शिकार की तलाश कर रहे कुत्तों की तरह है। वे रात में अधिक खतरनाक होते हैं।यहाँ तक कि परमेश्वर ऐसे लोगों पर हँसते हैं (भजन 59:8)। परमेश्वर उनको देख लेंगे। परन्तु हमें अलग दिशा लेते हुए अपने ही रास्ते पर चलना और अपनी मंज़िल पर ध्यान केंद्रित रखना, इन बातों को सीखने की बहुत ज़रूरत है। 

आपका शत्रु खुश होता है जब उसकी वजह से आपका ध्यान भंग होता है; वह, जो भी कर सकता है वो सब करेगा जिससे वह आपको समस्या में डाल सके।

क्या गली के कुत्तों से आप आसानी से भयभीत हो जाते हैं? क्या हम अपना ध्यान बाकी बातों से हटाकर अपनी मंजिल की ओर केंद्रित कर सकते हैं?

आपका शत्रु आपका ध्यान भंग करने के लिए बहुत कुछ करता है; तो आप भी परमेश्वर पर ध्यान केंद्रित रखने के लिए जो कुछ भी आपसे सम्भव है, वो करते रहें।

प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, हमेशा आप पर अपना ध्यान केंद्रित रखने में मेरी मदद कीजिए। आमीन!

(Translated from English to Hindi by S. R. Nagpur)

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